5 Easy Facts About Baap beti chudai Described

मैं मस्ती से तड़प उठी. पहली बार चूत चाटी जा रही थी. इतना मज़ा आया कि मैं नीचे से चूतड़ उछालने लगी. कुछ देर बाद पापा चाटकर अलग हुए और मेरी चूत पर लगे लण्ड से चूत रगड़ने लगे.

वो मेरे हलके हलके बाल भी चाट रहे थे. मुझे गज़ब का मजा आ रहा था.

गांड को चूमना,  घोड़ी,  नंगी पीठ,  ब्रा खोलना,  लंड का मज़ा

“और जहां तक तुम्हारी मम्मी का मेरा ध्यान रखने वाली बात है, वो मेरा ध्यान वैसा ही रखती है जैसा पहले रखती थी। वक़्त के साथ-साथ हालात और जरूरतें बदलती रहती हैं। इसलिए हो सकता है तुम्हें ऐसा लग रहा हो कि तुम्हारी मम्मी मेरा पहले जैसा ध्यान नहीं रख रही। मगर मानसी अगर ऐसा है भी तो इससे मुझे कोइ शिकायत नहीं। जाओ और अपने कमरे में जा कर सो जाओ”।

वोह बैठने के लिए जगाह ढूंढने लगी भगर उसे जगाह नही दिखी।फिर वोह दरवाजा छोडकर मेरे पास आकर खडी हो गई।मै रोज उसे चुपके से दिखता था।ईसलिए मुझे आज अच्छा लग रहा था क्योकि भगवान ने मेरी सुन ली थी।ऐसी सुंदर लडकी मेरे पास आकर खडी जो हो गई थी।

‘तुम एकदम तैयार माल हो. देखो मेरा लण्ड छोटा है ना.’

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मैं समझ गई कि पापा मम्मी की तरह मेरी चूत को चाटना चाहते हैं.

“अब जो मानसी ने जो किया और जो कहा, वो सुनने के बाद मेरे दिल में कोई शक नहीं रहा कि मानसी का इशारा मेरी और तुम्हारी चुदाई कि तरफ था और मानसी मुझे चुदाई करवाने की बात इशारों इशारों में कर रही थी”।

सोते हुए अपनी सगी बहन को चोदता है क्या? पर मेरा भाई मुझे……..

एक बार मैंने पापा को मम्मी को चोदते देखा तो इतना मज़ा आया कि रोज़ देखने लगी.

मैं गुदगुदाते मन से कुर्सी पर बैठ गई तो पापा मेरे पीछे आये और अपने दोनों हाथ मेरी कड़ी चूचियों पर लाये और दोनों को प्यार से दबाने लगे.

आलोक ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, “रागिनी ये तो तुम भी जानती ही हो, जब रात को तुम घर पर नहीं होती get more info तो मैं अपनी, मतलब हमारे कमरे का दरवाजा अंदर से बंद नहीं करता। ये इसलिए नहीं कि मानसी मेरे पास आये, बल्कि इसलिए कि रात को मानसी को कोइ प्रॉब्लम, कोइ दिक्क्त हो तो मुझे बता सके”।

मेरी चूत लण्ड खाने को बेताब हो गई थी. मैं अपनी कमर लचकाती बोली- हाय उमेश, जो करना हो जल्दी से कर लो, कहीं पापा ना आ जाएँ!

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